Sahara Refund Portal: अगर आपने भी Sahara Groups में निवेश किया है और अब अपना पैसा मिलने का इंतजार कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए है। साहारा निवेशकों को कल रिफंड पोर्टल मिलेगा। देश के गृहमंत्री अमित शाह इस पोर्टल का उद्घाटन करेंगे। अब सरकार ने यह फैसला लिया क्योंकि सहारा के निवेशक इस मामले में सरकार से हस्तक्षेप की मांग कर रहे थे।
सैकड़ों भारतीयों का धन सहारा ग्रुप्स में फंसा हुआ है। इस कंपनी में काम करने वाले लोगों ने अपने सारे पैसे खर्च कर दिए हैं। अब वह अपने निवेश का भुगतान करने के लिए इंतजार कर रहे हैं। लोगों ने पैसे के लिए बहुत इंतजार किया है। इस पोर्टल के शुरू होने के बाद निवेशक अपने पैसे को तुरंत निकाल सकते हैं। आपको बता दें कि सहारा निवेशक सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग कर रहे थे।
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Launch of Sahara Refund Portal
सहारा समूह में निवेश करने वाले अधिकांश लोग मध्यम और निम्न आय वर्ग से हैं।बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के निवेशकों ने सहारा में सबसे अधिक धन लगाया है। कुछ निवेशकों ने अपनी पूरी कमाई लगा दी है। इसके खिलाफ कई राज्यों ने भी आंदोलन किया था।
Sahara Refund WhatsApp Group
सहारा क्रेडिट को-आपरेटिव, सहारा यूनिवर्सल मल्टीपरपज, हमारा इंडिया क्रेडिट को-आपरेटिव और स्टार्स मल्टीपरपज सहारा समूह की सहकारी समितियों में निवेशकों के हजारों करोड़ रुपये अटके हैं। सहारा क्रेडिट को-आपरेटिव में सबसे अधिक धन है। क्योंकि भुगतान से पहले दावों का सत्यापन जरूरी है, पोर्टल को सिर्फ वास्तविक निवेशकों को उचित पहचान और साक्ष्य देने के लिए बनाया गया है।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला
सहारा ग्रुप के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया था। उनका कहना था कि सहारा ग्रुप सभी निवेशकों को सीआरसी से भुगतान करेंगे। अब निवेशक सहारा रिफंड पोर्टल से अपना पैसा वापस मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। आपको बता दें कि सहारा सेबी फाउंडेशन 2012 में बनाया गया था। सेबी फंड में २,४०० करोड़ रुपये जमा हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि धन दिसंबर से पहले वापस मिलना चाहिए। सरकार कोशिश करेगी कि सारा पैसा पारदर्शी रूप से लौटा दिया जाए। चेक किया जाना चाहिए।